Kranti Diwas is a day observed to remember the historic ‘Quit India Movement’ initiated by Gandhi and the Indian National Congress. This day is celebrated by national integration speeches, tributes to various freedom fighters, organization of national-level programs apart from various other events. The term ‘Kranti’ stands for ‘Revolution’ and ‘Divas’ stands for ‘Day’, a day for a revolution. The quit India movement date was decided to be on 9th August 1942. Quit India Movement was a civil disobedience movement that was declared as a passive resistance nicknamed ‘Do or Die’. The movement was to be carried out through peaceful mass protests and closing of business so as to force the British Government out of India, once and for all.
Kranti Divas Day Alternate Names – Quit India Movement Day, Freedom Day, August Kranti Diwas, August Kranti Divas
Kranti Divas Day Activities
- National leaders pay tributes to martyrs of the freedom struggle and lay wreaths (floral tributes) on the memorial
- Freedom fighters who are still alive are honoured by their respective states and concerned authorities
- Skits and plays are organised in educational institutes to remember the Indian freedom struggle and revolutionaries who fought against British rule in India
- Speeches are staged and the significance of the day is highlighted
- Various social welfare activities are organised on this day like blood donation camps, planting of trees etc.
- On this day students can dress up themselves as various freedom fighters and say a few words on what personailty do they represent to make other students aware of our freedom fighters
- In college / school bulletin board one can pin up information, drawing, pictures of the movement to represent the day
- Movies, documentaries, slide shows can be organised to remember the day
Kranti Diwas Quotes
- एक के घर की ख़िदमत की और एक के दिल से मोहब्बत की,
दोनों फ़र्ज़ निभा कर उस ने सारी उम्र इबादत की। - घर में रहते हुए ग़ैरों की तरह होती हैं,
लड़कियां धान के पौधों की तरह होती हैं। - बताऊ क्या तुझे ऐ हम-नशीं किस से मोहब्बत है,
मैं जिस दुनिया में रहता हूँ वो इस दुनिया की औरत है। - अभी रौशन हुआ जाता है रास्ता,
वो देखो एक औरत आ रही है। - हर दिन होना चाहिए नारी के नाम,
क्योंकि बिना रुके करती है वो हर काम। - क्यों कहती है दुनिया कि नारी कमजोर हैं,
आज भी नारी के हाथों में घर चलाने की डोर हैं। - लोग कहते हैं तेरा क्या अस्तित्व नारी,
दुःखों को दूर कर,
खुशियों को बिखेरे नारी। - अपने हौसले से तकदीर को बदल दूं,
सुन ले दुनिया, हाँ मैं औरत हूं। - कुछ लोग कहते हैं कि औरत का कोई घर नहीं होता है लेकिन सच तो ये है कि औरत के बिना कोई घर नहीं होता है।
- रहमत खुद उतरती है आसमानों से,
यकीं नहीं तो घर में बेटियों को ही देख लो। - वो संस्कारी थी जब तक चुपचाप सब सहती रही..
बदतमीज हो गई, जब से वो बोल पड़ी.... - अच्छी लड़की का मतलब ये नहीं कि वो शरारती नहीं हो सकती ....
- किसी भी लड़की के लिए वो शब्द न कहें जो आप अपनी बहन या बेटी के लिए सुन नहीं सकते
- किसी को भी मत कहने दो कि तुम कमजोर हो क्योंकि तुम एक औरत हो ....
- वो शाख है न फूल,
गर तितलियां न हों,
वो घर भी कोई घर है,
जहां बेटियां न हों .... - स्त्री कभी हारती नहीं है उसे हराया जाता है,
समाज क्या कहेगा यह कहकर बचपन से डराया जाता है ....
"क्रांति का उदय सदा पीड़ितों के हृदय एवं त्रस्त व्यक्तियों के अन्तःकरण में हुआ करता है"
"क्रांति का अर्थ होता है अतीत और भविष्य के बीच एक जबर्दस्त संघर्ष" -फिदेल कास्त्रो
"कुशासन के प्रति विद्रोह करना, ईश्वर की आज्ञा मानना है" -फ्रेंकलिन
"जहां कहीं अन्याय के चरण पड़ते हैं, वहां अंततः विद्रोह का ज्वालामुखी फूटता है"
"घूस का च्यवनप्राश खा कर न दीर्घायु बनो,
ईमान की मिसाल अब मशाल बनके जल उठी" -राजीव चतुर्वेदी
कभी भी दुष्ट लोगों की सक्रियता समाज को बर्वाद नहीं करती, बल्कि हमेशा अच्छे लोगों की निष्क्रियता समाज को बर्वाद करती है – Shiv Khera
ज़िन्दगी बड़े सपने देखने वाले और जोशीले क्रांतिकारियों का इम्तहान लेती है – Robin Sharma
जब कोई राष्ट्र संघर्ष से भर जाता है, तो देशभक्त पनपते हैं – Lao Tzu
जो लोग समय रहते अपने जीवन का चार्ज नहीं ले लेते वे समय द्वारा लाठी चार्ज किये जाते हैं – Kiran Bedi
वो कितनी बड़ी राष्ट्रीय क्रांति होगी अगर हम्मे से हर कोई खुद को शाशित करने लगे
शायद ये कहा जा सकता है कि मशीनें विशिष्ट श्रम के विद्रोह को दबाने के लिए पूंजीपतियों द्वारा लगाए गए हथियार हैं – Karl Marx
क्रांति मानव जाती का एक अपरिहार्य अधिकार है. स्वतंत्रता सभी का एक कभी न ख़त्म होने वाला जन्म-सिद्ध अधिकार है. श्रम समाज का वास्तविक निर्वाहक है – Bhagat Singh
[adace-ad id="6046"]क़ानून की पवित्रता तभी तक बनी रह सकती है जब तक की वो लोगों की इच्छा की अभिव्यक्ति करे – Bhagat Singh
आम तौर पर लोग चीजें जैसी हैं उसके आदि हो जाते हैं और बदलाव के विचार से ही कांपने लगते हैं। हमें इसी निष्क्रियता की भावना को क्रांतिकारी भावना से बदलने की ज़रुरत है – Bhagat Singh
ज़रूरी नहीं था की क्रांति में अभिशप्त संघर्ष शामिल हो। यह बम और पिस्तौल का पंथ नहीं था – Bhagat Singh
किसी को “क्रांति ” शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरूपयोग करते हैं उनके फायदे के हिसाब से इसे अलग अलग अर्थ और अभिप्राय दिए जाते है – Bhagat Singh
[adace-ad id="6046"]एक सफल क्रांति के लिए सिर्फ असंतोष का होना पर्याप्त नहीं है .जिसकी आवश्यकता है वो है न्याय एवं राजनीतिक और सामाजिक अधिकारों में गहरी आस्था – B.R. Ambedkar